अगले वित्त वर्ष के लिए भारत का बजट बहुत सावधानी से तैयार किए जाने की आवश्यकता है ताकि अर्थव्यवस्था के विकास की गति को बनाए रखने और महंगाई पर लगाम कसने में मदद मिल सके। यह बात किसी और ने नहीं बल्कि भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कही है। लेकिन यह देखना रोचक रहेगा कि धीमी विकास दर और चढ़ती महंगाई दर से देश के सामने आने वाली चुनौतियों से वह किस तरह निपटेंगी।
Union Finance Minister Smt. @nsitharaman met with Ms. @SigridKaag , the Minister of Finance of the Netherlands, on the sidelines of the #AnnualMeetings of the IMF and the World Bank, in Washington, today. (1/3) pic.twitter.com/WQoGurb0TU
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) October 12, 2022
भारत की वित्त मंत्री का ये बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि लगभग सभी प्रमुख वित्तीय संस्थान भारत की विकास दर को लेकर अपने अनुमान में कटौती कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी पिछले महीने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि का अनुमान घटाकर सात प्रतिशत कर दिया था जो पहले 7.2 प्रतिशत था।