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आजादी का अमृत महोत्सव: पांच से 15 अगस्त के बीच मुफ्त में घूमें भारत के ये स्थान

इस साल भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं। इसके तहत केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने उन सभी स्मारकों और स्थलों में प्रवेश मुफ्त कर दिया है जो भारतीय आर्कियोलॉजिकल सर्वे के तहत सुरक्षित हैं।

Photo by vatra voda / Unsplash

इस साल भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं। इस उपलक्ष्य में भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। इसके तहत केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने उन सभी स्मारकों और स्थलों में प्रवेश मुफ्त कर दिया है जो भारतीय आर्कियोलॉजिकल सर्वे के तहत सुरक्षित हैं।

अधिकारियों के अनुसार इसके तहत सभी भारतीय नागरिकों और विदेशी यात्रियों को इन स्थलों पर मुफ्त प्रवेश दिया जाएगा। इस रिपोर्ट में जानिए ऐसे कुछ स्थानों के बारे में जहां पांच से 15 अगस्त के बीच आप बिना कोई पैसा दिए घूम सकते हैं।

ताज महल (Taj Mahal)

मुगल वास्तुकला का सबसे बेहतरीन कृति ताज महल को बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित इस प्रेम के प्रतीक को देखने के लिए आम तौर पर टिकट लेना पड़ता है लेकिन पांच से 15 अगस्त के दौरान आप बिना टिकट इसका दौरा कर सकते हैं।

फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) Photo by Akshay Vishwakarma / Unsplash

फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri)

फतेहपुर सीकरी आगरा से लगभग 37 किलोमीटर दूर स्थित एक छोटा सा शहर है। इसे मुगल बादशाह अकबर ने 1571 में बसाया था। यहां की मस्जिद का प्रवेश द्वार 54 मीटर ऊंचा बुलंद दरवाजा है। इसके अलावा यहां आंख मिचौली, दीवान-ए-खास, पांच महल, ख्वाबगाह और जोधाबाई का महल भी देखने लायक है।

लाल किला (Red Fort)

राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किले का निर्माण 1639 में शुरू हुआ था और नौ साल बाद पूरा हो पाया था। इसका निर्माण कार्य मुगल बादशाह शाहजहां ने शुरू करवाया था। यह स्थान यात्रियों के लिए सुबह 9.30 बजे से दोपहर बाद 4.30 बजे तक खुला रहता है। अगर आप दिल्ली में हैं तो इसे बिना टिकट देख सकते हैं।

Quthab Minar
कुतुब मीनार (Qutub Minar) Photo by Mubashir Ahmet / Unsplash

कुतुब मीनार (Qutub Minar)

दिल्ली में ही मौजूद है भारत की सबसे ऊंची मीनार 'कुतुब मीनार'। इसका निर्माण कार्य कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया था। आधार पर इस मीनार का व्यास 14.32 मीटर है और सबसे ऊपर इसका व्यास 2.75 मीटर रह जाता है। इसकी कुल ऊंचाई 72.5 मीटर है। यह सातों दिन सुबह सात से रात आठ बजे तक खुली रहती है।

कूचबिहार पैलेस (Cooch Behar Palace)

पश्चिम बंगाल में स्थित कूचबिहार पैलेस कोच राजाओं के शासनकाल में बना था और उस समय की वास्तुकला का यह अद्भुत नमूना है। महाराजा नृपेंद्रनारायणन ने 1887 में इसका निर्माण करवाया था। कहते हैं कि कोच राजा अक्सर बिहार की यात्रा किया करते थे जिसकी वजह से इस महल और शहर का नाम कूच बिहार पड़ा।

The image shows the overall landscape where the Ajanta Caves are located.
अजंता की गुफाएं (Ajanta Caves) Photo by Setu Chhaya / Unsplash

अजंता की गुफाएं (Ajanta Caves)

अजंता की गुफाएं महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 107 किलोमीटर उत्तर की ओर स्थित हैं। इनका पता साल 1819 में मद्रास रेजिमेंट के एक ब्रिटिश आर्मी ऑफिसर ने लगाया था। यहां करीब 29 चट्टानों को काट कर बौद्ध स्मारक गुफाएं हैं जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व की हैं। इसे 1983 में यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।

बेकल फोर्ट (Bekal Fort)

केरल के कासरगोड जिले की होसदुर्ग तालुका के पल्लीकेरा गांव में स्थित बेकल फोर्ट इस खूबसूरत राज्य का सबसे बड़ा किला है। इसका निर्माण केलादि के शिवप्पा नायक ने 1650 में करवाया था। 40 एकड़ में फैला यह किला मेंगलुरु से करीब 65 किलोमीटर दूर है। भारत सरकार ने 1992 में इसे विशेष पर्यटन क्षेत्र का तमगा दिया था।

हम्पी (Hampi) Photo by Alka Jha / Unsplash

हम्पी (Hampi)

मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी को देखने हर साल हजारों की संख्या में यात्री कर्नाटक आते हैं। यहां मौजूद खंडहर बताते हैं कि किसी समय में यहां बहुत समृद्धशाली लोग रहते होंगे। गोल चट्टानों के टीलों के रूप में फैले हम्पी में 500 से अधिक स्मारक चिह्न देखने को मिलते हैं और यहां असंख्य इमारते हैं।

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