शांति चाहिए: भीड़भाड़ से दूर ये हैं घूमने के लिए कम आबादी वाले खास गांव!

आम शहरी जिंदगी में ट्रैफिक और दफ्तर की किचकिच से सुकून पाने के लिए हम आपके लिए भारत के उन स्थलों की जानकारी लेकर आए हैं, जहां भीड़भाड़ से दूर कम आबादी के बीच आप कुछ पल सुकून के गुजार सकें।

आप भारत के इन कम आबादी गांव का रुख कर सकते हैं।

हा, अरुणाचल प्रदेश Photo by Anh Hoang / Unsplash

हा, अरुणाचल प्रदेश

हा अरुणाचल प्रदेश का एक छोटा आदिवासी गांव है। यहां सिर्फ 289 ग्रामीण हैं और यह समुद्र तल से 4000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह कुरुंग कुमे के लोंगडिंग कोलिंग में स्थित है। इस गांव का आकर्षण इसकी प्राकृतिक सुंदरता, मेग्ना गुफाएं, धुंधले पहाड़ हैं। गांव की हरी-भरी हरियाली का आनंद लेने के लिए आप यहां जा सकते हैं। शुरुआती सर्दियों के दौरान यहां जाना सबसे बेहतर माना जाता है।

कांजी, लेह Photo by Ashwini Chaudhary(Monty) / Unsplash

कांजी, लेह

समुद्र तल से 12,600 फीट की ऊंचाई पर बसा यह लेह जिले का एक छोटा सा गांव है। आप कारगिल से आसानी से इस स्थान तक पहुंच सकते हैं। यह उन ट्रेकर्स के लिए स्वर्ग के रूप में भी काम करता हैजो रंगदुम गोम्पा से गांव तक पहुंचने के लिए ट्रेक करते हैं। यह गांव कांजी नदी के तट पर बस हुआ है। इस गांव के लोग रोजाना बाजार, स्कूल और काम पर जाने के लिए इस नदी को पार करते हैं।

नितोई, नागालैंड Photo by Varun Nambiar / Unsplash

नितोई, नागालैंड

नागालैंड के इस छोटे से गांव में आप आसानी से पहुंच सकते हैं। इस जगह का प्राथमिक आकर्षण इसकी प्राकृतिक सुंदरता और कम आबादी है। अनुमान के मुताबिक इस गांव की जनसंख्या 500 भी नहीं है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक स्वर्ग है।

किब्बर, स्पीति Photo by Pawanpreet Singh / Unsplash

किब्बर, स्पीति

दुनिया के सबसे ऊंचे गांव के रूप में प्रसिद्ध किब्बर समुद्र तल से लगभग 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। जब आप इसकी यात्रा करते हैंतो आपको इस गांव में 80 से अधिक घर नहीं मिलेंगे। यह घर अनोखे पत्थरों से बने हैं जो आमतौर पर यहां पाए जाते हैं। यह गांव स्पीति में गोम्पा के करीब स्थित है। गांव के अपने त्योहार हैं जो सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र हैं। यह निश्चित रूप से एक शानदार यात्रा के लिए उपयुक्त है।

सांकरी, उत्तरकाशी Photo by Neha Maheen Mahfin / Unsplash

सांकरी, उत्तरकाशी

अगर आप भीड़ से नफरत करते हैं तो यह छोटा सा गांव आपको अपनी सुंदरता और कम आबादी से जरूर लुभाएगा। आपने सांकरी के बारे में ज्यादा नहीं सुना होगा लेकिन यह काफी प्रसिद्ध है क्योंकि यह केदारकांठा और हर-की-दून ट्रेक के रास्ते में पड़ता है। ट्रेक पर जाने वाले पर्यटक इसे आखिरी बाजार भी कहते हैं। ट्रेकर्स इस स्थान की यात्रा करना जरूर पसंद करेंगे। यहां आपको कुछ गेस्ट हाउस भी मिल जाएंगे जहां आपको स्थानीय आपको अपनी संस्कृति और स्थान से भी परिचित कराते हैं।

लोसर, हिमाचल प्रदेश Photo by Kashish Lamba / Unsplash

लोसर, हिमाचल प्रदेश

स्पीति जिले में स्थित यह गांव लगभग 350 ग्रामीणों का घर है। यदि आप लोसर जाते हैंतो आपको एक छोटा सा ढाबा मिलेगा जहां आप ब्लैक टी और घर के खाने का भी आनंद ले सकते हैं। राजसी पहाड़ इसके चारों ओर हैं जहां फोटो सोशन करना एक शानदार विकल्प है।यहां चंद्रा नदी है जो गांव से ही होकर गुजरती है। आप लगभग गांव के माध्यम से नदी की तेज आवाज सुन सकते हैं।