कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए लगी पाबंदियों की वजह से दो साल तक स्थगित रहने के बाद भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का संचालन फिर से शुरू हो गया है। सेवाओं के शरू होने के करीब 15 दिनों के दौरान भारतीय पर्यटक बड़ी संख्या में एशिया के देशों में पहुंचे। संयुक्त अरब अमीरात, मालदीव, नेपाल, कंबोडिया और थाईलैंड भारतीय पर्यटकों के लिए पसंदीदा जगह रहे। वहीं, उन्होंने यूरोप में स्विट्जरलैंड, फ्रांस, इटली, ऑस्ट्रिया, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया, यूके और अमेरिका की भी यात्रा की।

ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी ईजीमाईट्रिप के सह-संस्थापक निशांत पिट्टी का कहना है कि मालदीव, थाईलैंड, यूएई, यूके, ऑस्ट्रेलिया और यूएस जैसे देशों के लिए पूछताछ में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। खासकर उन लोगों के लिए जो कम समय के लिए छुट्टियों में विदेशी धरती पर सैर करने के लिए जाना चाहते हैं, उन देशों में दुबई सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि आखिरी मिनट की उड़ान और यात्रा बुकिंग में भी 30% का इजाफा हुआ है। गर्मी की छुट्टियों के दौरान विदेश में सैर करने की भारतीय पर्यटकों की चाहत में और बढ़ोतरी की उम्मीद है। इससे अंतरराष्ट्रीय बुकिंग में बड़ा उछाल आएगा।
थॉमस कुक (इंडिया) और एसओटीसी में ग्लोबल बिजनेस ट्रैवल के अध्यक्ष और समूह प्रमुख इंदिवर रस्तोगी का कहना है कि पश्चिमी यूरोप में स्विट्जरलैंड, फ्रांस, इटली और ऑस्ट्रिया जाने वाले भारतीय पर्यटकों में पिछले साल की तुलना में 4 गुना से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। दुबई और अबू धाबी में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में मांग में 40-50% की वृद्धि देखी जा रही है। रस्तोगी ने कहा कि तुर्की और मिस्र की यात्रा की मांग में 40% और अमेरिका में 100% की वृद्धि हुई है। कम समय के लिए थाईलैंड, सिंगापुर और इंडोनेशिया के साथ ही मालदीव, मॉरीशस और नेपाल जाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली एक बड़ी राहत है। हालांकि यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के कारण कई देशों की यात्रा पर असर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से 23 मार्च 2020 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी थी। हालांकि विभिन्न देशों के साथ एयर बबल समझौतों और वंदे भारत मिशन के तहत विशेष उड़ानें संचालित की गई थीं। इसके बाद 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू कर दिया गया। भारत सरकार ने ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम, 2022 के दौरान 27 मार्च से 29 अक्टूबर तक 40 देशों की कुल 60 विदेशी एयरलाइनों को भारत आने और यहां से रवानगी के लिए 1,783 उड़ानों को मंजूरी प्रदान की है।