ब्रेन हैमरेज से जीते अशोक राजमणि, BIANYS कॉन्फ्रेंस में बताएंगे अनुभव

भारतीय अमेरिकी लेखक अशोक राजमणि को द ब्रेन इंजरी एसोसिएशन ऑफ न्यूयॉर्क स्टेट (BIANYS) ने अपने 2024 के वार्षिक सम्मेलन के लिए मुख्य वक्ता चुना है। राजमणि को 25 साल की उम्र में घातक ब्रेन हेमरेज हुआ था। वह इसी के बारे में अपने अनुभव मस्तिष्क क्षेत्र में सक्रिय इस प्रमुख संगठन के सम्मेलन में बताएंगे।

राजमणि ने कहा कि एक जख्मी मस्तिष्क के साथ जीवित बचे व्यक्ति के रूप में मैं जानता हूं कि जो लोग दिमागी चोट सहते हैं और जीवित रहते हैं, वे किसी योद्धा से कम नहीं होते। मैं BIANYS सम्मेलन में मुख्य वक्ता बनकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह सभी न्यूयॉर्क वासियों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। राजमणि एक कलाकार, कवि, रेडियो होस्ट और वक्ता भी हैं। राजमणि का संस्मरण "द डे माई ब्रेन एक्सप्लोडेड: ए ट्रू स्टोरी" 2013 में रिलीज़ हुआ था। इसमें उनके द्वारा मौत को मात देने का उल्लेखनीय विवरण है।

इस गहरे हास्यपूर्ण संस्मरण को पुलित्जर पुरस्कार विजेता जेन स्माइली सहित दुनिया भर के लोगों से प्रशंसा मिली थी। संस्मरण के अलावा राजमणि ने सांस्कृतिक आलोचनात्मक पुस्तक "इमेजिन कार्निवलस्क" भी लिखी है। उनके लेखन को कई प्रतिष्ठित प्रकाशनों में प्रदर्शित किया गया है जिनमें डैनसे मैकाब्रे, 3:एएम मैगज़ीन और साउथ एशियन रिव्यू शामिल हैं।

BIANYS की पेशेवर विकास प्रबंधक मिशेल केलेन ने कहा कि अशोक राजमणि की कहानी प्रेरणादायक है। वह न्यूयॉर्क में मस्तिष्काघात से पीड़ित लोगों के लिए एक उदाहरण हैं। वह न केवल संभावित घातक मस्तिष्क रक्तस्राव से बचे बल्कि कई चिकित्सकीय समस्याओं से भी उबरने में कामयाब रहे।

ब्रेन इंजरी एसोसिएशन ऑफ न्यूयॉर्क स्टेट के बारे में बताएं तो यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो राज्य भर में सक्रिय है। यह मस्तिष्काघात वाले व्यक्तियों और उनके परिवारों की पैरवी करता है। 1982 में स्थापना के बाद से यह संगठन शिक्षा और सामुदायिक सहायता सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित रहा है।

संगठन के प्रयासों से मस्तिष्क की चोट वाले बच्चों और वयस्कों की जिंदगी बेहतर बनाने में मदद मिली है। संगठन का इसके अलावा संघीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर सार्वजनिक नीति को आकार देने और मस्तिष्काघात संबंधित मामलों में बेहतर बनाने में अहम योगदान है।