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कोरोना ने जीवन को किया नीरस, उत्साह भरेंगे भारत के कला और योग प्रेमी

सबरीना डेविडसन एक सम्मोहनविद के साथ ही कलाकार भी हैं। उन्होंने सैन डिएगो स्टेट विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। वास्तुविद्या, मूर्तिकला और चित्रकला की बारीकियों से वह वाकिफ हैं और इसका अभ्यास करती रहती हैं।

पिछले दो साल के दौरान कोरोना महामारी की वजह से आपस में मिलने जुलने, आनंद मनाने का अवसर आम लोगों से चूक गया है। लोग एक तरह से घरों में कैद होकर रह गए। जीवन उत्साहीन, रंगहीन, अशांत और व्याकुल हो गया है। ऐसे में लोग अपने भीतर नई ऊर्जा का संचार करने के लिए भारत की प्राचीन कला, योग और ध्यान की तरफ उन्मुख हो रहे हैं। अमेरिका के कैलिफोर्निया में भारतीय मूल की कलाकार सुजाता टिबरेवाल और सबरीना डेविडसन एक कार्यक्रम 'प्रतिबिंब' का आयोजन कर रही हैं।

अगले महीने 18 मार्च से तीन दिनों तक यह कार्यक्रम सैन जोकिन नदी के किनारे चलेगा। इस कार्यक्रम में हर प्रकार के कलाकार, कलाप्रेमी, व्यक्ति और परिवार को संसार से परे एक अलौकिक दुनिया में जाने का मौका मिलेगा। नदी किनारे एकांत स्थान पर हो रहे इस कार्यक्रम का फोकस भारतीय प्राचीन कला, योग-ध्यान सहित समग्र उपचार है। कई पुरस्कारों से नवाजी जा चुकीं कलाकार सुजाता का जन्म भारत के राजस्थान स्थित गुलाबी शहर जयपुर में हुआ है। वह भारतीय स्थापत्य और कला से गहराई से परिचित हैं।

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