भारतीय सेना करीबन 700 अफगान सैन्य अधिकारियों और सैनिकों को मनोवैज्ञानिक परामर्श से लेकर छह महीने के लिए वीजा के विस्तार, आगे की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति और अन्य देशों में अप्रवासी बनने की सुविधा तक की मदद कर रही है। तालिबान द्वारा अफगान पर कब्जा किए जाने के बाद से यह अफगान सैन्य अधिकारी भारत में ही मौजूद हैं।
भारत के दैनिक अखबार टाइम्स आफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार सेना भारत में फंसे अफगान सैन्य कर्मियों की मदद के लिए रक्षा और विदेश मंत्रालयों के परामर्श से सक्रिय कदम उठा रही है। अफगानिस्तान में हुए बदलाव के चलते इन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता दी जा रही है और जो भारतीय सैन्य संस्थानों से तालिबान की अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद पास आउट हुए हैं उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रखा जा रहा है।