अमेरिका के डोनाल्ड: सियासी अखाड़े में अभियोग बनाम अभियान

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखने वालों ने न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में मंगलवार को जो देखा वह महाबली मुल्क के 45वें राष्ट्रपति के जीवन के लिहाज से मानो एक और दिन था। लेकिन कइयों के लिए इसमें ट्रम्प का एक ऐसा पक्ष दिखा जो उनके मानकों से कहीं नीचे था। व्यापारिक धोखाधड़ी के 34 मामलों में बतौर आरोपी जब ट्रम्प ने लोअर मैनहैटन कोर्ट हाउस की होगन बिल्डिंग में प्रवेश किया तो वह शांत थे। वीडियो में दिख रहा था कि जब वह अदालत में प्रवेश कर रहे थे तो किसी ने उनके लिए दरवाजा तक नहीं खोला। यह एक सामान्य शिष्टाचार था जो नहीं निभाया गया। कुछ तस्वीरें भी पूर्व राष्ट्रपति को शांत ही दिखला रही थीं।

फ्लोरिडा में ट्रम्प का आलीशान रिजॉर्ट मार ए लागो।

मगर न्यूयॉर्क में जब कोई दो घंटे तक चला यह 'शो' खत्म हुआ और ट्रम्प अपने निजी विमान से अपने आलीशान घर मार ए लागो, फ्लोरिडा के लिए रवाना हो गए तो कहानी कुछ और ही थी। फ्लोरिडा में अपने घर पर ट्रम्प के सामने 'चुनिंदा' किस्म की भीड़ थी। वहां वह करीब 30 मिनट बोले। और ऐसा बोले जैसा पहले कभी किसी ने न देखा और न सुना था। कुछ ऐसा ही अभूतपूर्व अदालत में भी हुआ। जिस समय मैनहैटन में न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष दोनों को सोशल मीडिया पर संयमित रहने की विनम्रतापूर्व सलाह दी ठीक उसी समय ट्रम्प फट पड़े। पूर्व राष्ट्रपति ने न्यायाधीश, उनकी पत्नी और जिला अटॉर्नी पर चौतरफा हमला बोला। मार ए लागो में आत्मश्लाघा और हंगामे के पीछ यकीनन ट्रम्प का एक एजेंडा था।

वह चाहते थे कि उनके अभियोगों की देखरेख करने वाले न्यायाधीश एक गैग आदेश लागू करें ताकि वह अपने पहले संशोधन अधिकारों के उल्लंघन और फिर एक राजनीतिक अभियान के रास्ते में खड़े विपक्ष पर चिल्लाकर बाहर आ सकें। अपने सियासी करियर के दौरान पूर्व राष्ट्रपति ने खुद को एक पीड़ित के रूप में चित्रित करने और अपने विरोधियों पर आरोप लगाने की कला में विशेषज्ञता हासिल की है। खैर, अपने घर पर ट्रम्प ने जो भाषण दिया सियासी पर्यवेक्षक उसमें गलतियां भी छांटते रहे। लेकिन एक गलतबयानी दिलचस्प थी। ट्रम्प ने कहा कि राष्ट्रपति जिमी कार्टर, रोनाल्ड रीगन, बुश और ओबामा भी व्हाइट हाउस छोड़ते समय वर्गीकृत दस्तावेज अपने घर ले गए थे। बहरहाल, इस पूरे प्रकरण में ट्रम्प खुद को घायल दिखा रहे थे और साथ ही इस कोशिश में थे कि स्वयंभू वाला व्यक्तित्व बाहर न झांके। वास्तव में मार ए लागो में भड़काऊ भाषण के बाद कुछ विश्लेषकों को लगा कि ट्रम्प खुद को फंसा सकते थे, कम से कम यह स्वीकार करते हुए कि उन्होंने जाते वक्त जानबूझकर व्हाइट हाउस से दस्तावेज ले लिए थे। लेकिन किसी न किसी रूप में मंगलवार शाम को ट्रम्प की असंगति एक अंतर्निहित संदेश छोड़ती दिख रही थी कि वह अपना राजनीतिक आधार तैयार कर रहे हैं और न्यूयॉर्क में उन पर लगाए गए 34 आपराधिक अभियोग आने वाली 'बड़े संकट' की शुरुआत हो सकते हैं। लेकिन इस पूरे संदर्भ में कुल जमा को खोज निकालना कतई कठिन नहीं था।

ट्रम्प देशवासियों से सीधे जुड़ने का प्रयास करते हैं। Photo by Natilyn Hicks (Natilyn Photography) / Unsplash

ट्रम्प अवाम से कहना चाह रहे थे कि कुछ बड़ी घटनाएं आपके पीछे आ रही हैं और चूंकि मैं आपकी रक्षा करने के रास्ते में खड़ा हूं, इसलिए उन 'चट्टानों' को पहले मुझे टकराना होगा। अभियोग सियासी तौर पर कितना वजनदार साबित होगा इसका आकलन राजनीतिक पंडित कर रहे हैं। अभी तो मामला चलना है लिहाजा फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। लग यह रहा है कि अभी ट्रम्प के वकील कई मामले दर्ज कराने वाले हैं। उन पर लगे आरोपों को खारिज कराने के लिए भी मामला दर्ज होगा। इस प्रकरण से जुड़ा जो कुछ भी होगा वह सुर्खियों में रहने वाला है। अभी तो लगातार यही याद दिलाया जा रहा है कि मैनहैटन अभियोग केवल शुरुआत भर है और इस समय तीन अन्य कानूनी मामलों पर पर्दा डालने पर शायद यह शायद बहुत छोटा साबित हो।

जॉर्जिया में एक बड़ी ज्यूरी इस बात की पड़ताल कर रही है कि क्या ट्रम्प ने नवंबर 2020 के चुनावों में किसी तरह का हस्तक्षेप किया या नतीजों को पलटने की कोशिश की। कैपिटोल में जनवरी, 2021 में जो हिंसा हुई उसमें ट्रम्प की क्या कोई भूमिका रही, इसकी भी बहुस्तरीय जांच चल रही है। कार्यकाल खत्म होने पर व्हाइट हाउस से सरकारी कागज अपने घर ले जाने वाला मामला भी जांच के घेरे में है। वैसे ऐसा लग रहा है कि ट्रम्प के इर्द-गिर्द इस तरह के कानूनी चक्रवात कम से कम नवंबर, 2024 के राष्ट्रपति चुनाव तक तो थमने वाले नहीं हैं। यह भी दिख रहा है कि अभियोगों का इस्तेमाल उन्होंने अपने चुनावी अभियान को गति देने के लिए बखूबी किया। बताते हैं कि इस बहाने 8 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रकम जुटाई जा चुकी है। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह है कि क्या ग्रैंड ओल्ड पार्टी इस पूरे प्रकरण को फौरी कोलाहल और घिसे-पिटे सियासी षड्यंत्रों से आगे जाकर देखने वाली है? 2022 के मध्यावधि चुनाव इस मामले में एक पृष्ठभूमि का काम कर सकते हैं।