भारत में फिर डराने लगा कोरोना, उच्चस्तरीय बैठक में मोदी ने दिए ये निर्देश

भारत में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड संक्रमण के 1134 नए मामले दर्ज हुए हैं। इसी के साथ एक्टिव केसों की संख्या 7 हजार को पार कर गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक करके हालात की समीक्षा की।

इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीन पवार, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, आईसीएमआर के राजीव बहल, नीति आयोग से वीके पॉल, गृह सचिव अजय भल्ला के अलावा पीएमओ और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कोरोना केसों में आई तेजी की वजहों और उसकी रोकथाम के उपायों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 की स्थिति और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक में सावधानी बरतने, सतर्कता बरतने की सलाह दी। कोविड संबंधी उचित व्यवहार का पालन करने और सांस संबंधी सावधानियां बरतने का आह्वान किया। पीएम ने प्रयोगशाला निगरानी बढ़ाने, सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) मामलों की जांच करने और जीनोम सीक्वेंसिंग में तेजी लाने का निर्देश दिए। बैठक में पीएम ने H1N1 और H3N2 के बढ़ते मामलों पर भी गौर किया।

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि भारत में कोरोना के 1134 नए मामले दर्ज होने के साथ ही इस बीमारी से पांच लोगों की मौत भी हुई। छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, केरल और महाराष्ट्र में एक-एक मरीज की मौत की खबर है। हालांकि भारत में कोविड की दैनिक सकारात्मकता 1.09 फीसदी और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.98 प्रतिशत बताई गई है।

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर 16 मार्च को राज्यों को चिट्ठी लिखी थी। इसमें महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक को खासतौर से सतर्क रहने को कहा गया था। इन राज्यों में कोविड-19 मामलों में ज्यादा वृद्धि हो रही है। केरल में भी कोरोना केस तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसके बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मंगलवार को राज्य में 172 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। तिरुवनंतपुरम और एर्नाकुलम जिलों में संक्रमण अधिक है।

कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक बढ़ोतरी के पीछे ओमिक्रॉम के सब वेरिएंट XBB.1.16 को जिम्मेदार माना जा रहा है। कोरोना पर नजर रखने और जीनोम सीक्वेंसिंग  के लिए सरकार द्वारा गठित कंसोर्टियम INSACOG के पूर्व प्रमुख अनुराग अग्रवाल का कहना है कि कोरोना और ओमीक्रोन का जो वेरिएंट अब तक हमने देखे हैं, उससे यह बिल्कुल अलग है। जानकारों का मानना है कि भले ही देश के कुछ हिस्सों में कोविड केस बढ़ रहे हैं, लेकिन कोरोना का नया वेरिएंट फेफड़ों पर हमला नहीं कर रहा है।