यूएस की सोलर टेक्नोलॉजी कंपनी 'फर्स्ट सोलर' (First Solar) भारत में 648 मिलियन डॉलर (करीब 4735 करोड़ रुपये) का निवेश करने की इच्छुक है। कंपनी भारत में पूरी तरह 'वर्टिकली इंटीग्रेटेड फोटोवोल्टिक (PV)' थिन फिल्म सोलर मॉड्यूल की विनिर्माण यूनिट लगाने की तैयारी में है। यह प्रोजेक्ट तमिलनाडु में बनने की उम्मीद है और इस यूनिट का 2023 की दूसरी छमाही तक संचालन शुरू करने की योजना है। हालांकि इस प्रोजेक्ट का प्रोत्साहन अप्रूवल भारत सरकार के संबंधित विभाग में पेंडिंग है।
प्रस्तावित यूनिट में 3.3 गीगावाट (GW) DC की नेमप्लेट कैपेसिटी रखने की योजना है। 'फर्स्ट सोलर' दुनिया की टॉप 10 सबसे बड़े सौर निर्माताओं में एकमात्र यूएस कंपनी है, जो क्रिस्टलीय सिलिकॉन (सी-सी) सेमीकंडक्टर का उपयोग नहीं करती है। यह एक छत के नीचे पूरी तरह से एकीकृत, निरंतर प्रक्रिया का उपयोग करके अपने पतले फिल्म पीवी मॉड्यूल का उत्पादन करती है और चीनी सी-सी आपूर्ति श्रृंखला पर निर्भर नहीं करती। इस यूनिट से तमिलनाडु में 1000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।