क्रिप्टो में इनसाइडर ट्रेडिंग से उठाया था गलत फायदा, वाही ब्रदर्स करेंगे सुलह
क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म क्वोइनबेस से जुड़े भारतीय भाइयों ईशान और निखिल वाही ने इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों पर सुलह के लिए सहमति जताई है। अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने इसकी घोषणा की है।
वाही ब्रदर्स पर आरोप है कि क्वॉइनबेस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली कम से कम नौ क्रिप्टो एसेट सिक्योरिटीज के बारे में ऐलान से पहले ही उन्होंने उनमें व्यापार की योजना तैयार कर ली थी। पूर्व कॉइनबेस प्रोडक्ट मैनेजर ईशान और निखिल दोनों ने एसईए की धारा 10(बी) और नियम10बी-5 के उल्लंघन के आरोप कबूल करने को तैयार हो गए हैं। वह इन आरोपों में स्थायी प्रतिबंध का सामना करने और अवैध रूप से कमाये गए पैसे को सूद समेत लौटाने पर भी राजी हो गए हैं।
वाशिंगटन जिला अदालत में 21 जुलाई 2022 को एसईसी ने शिकायत दायर करके आरोप लगाया था कि क्वॉइनबेस में काम करने के दौरान ईशान ने प्लेटफॉर्म की सार्वजनिक लिस्टिंग घोषणाओं को समन्वित करने में मदद की, जिसमें क्रिप्टो संपत्ति को व्यापार के लिए उपलब्ध कराया जाना था। शिकायत के अनुसार, क्वोइनबेस ने इस तरह की जानकारी को गोपनीय माना और अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि वे उस जानकारी के आधार पर व्यापार न करें या दूसरों को टिप न दें।
जून 2021 से अप्रैल 2022 के बीच ईशान ने निखिल और ह्यूस्टन में अपने भारतीय-अमेरिकी दोस्त समीर रमानी को फायदा पहुंचाने के इरादे से अपने कर्तव्यों का उल्लंघन करते हुए आगामी लिस्टिंग घोषणाओं के समय और सामग्री के बारे में जानकारी दी। इससे इनकी संपत्ति की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो गई। निखिल और रमानी ने कथित तौर पर कम से कम 25 क्रिप्टो संपत्तियां खरीदीं। इनमें से कम से कम नौ सिक्युरिटीज थीं। इन्हों मुनाफा कमाकर बेच दिया गया।
ईशान और निखिल को आपराधिक मामले में वायर फ्रॉड करने की साजिश का दोषी पहले ही ठहराया जा चुका है। इस मामले में ईशान को 24 महीने की जेल और निखिल को 10 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। इनके 10.97 ईथर और 9,440 टीथर और 892,500 डॉलर जब्त करने का भी आदेश दिया गया है।
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