भारतीय एयरलाइन एयर इंडिया ने हाल ही में देवास मल्टीमीडिया के खिलाफ अमेरिका की एक अदालत में याचिका दाखिल की है। इस याचिका में कहा गया है कि एयरलाइन के स्वामित्व में हुआ हालिया परिवर्तन 1.2 अरब डॉलर की वसूली को रोकता है। उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया का स्वामित्व भारत के बड़े कारोबारी समूह टाटा (Tata) को मिल गया था।
गुरुवार को टाटा समूह के हाथ में एयर इंडिया की कमान आने के बाद इसी दिन कंपनी ने अमेरिका की अदालत में यह याचिका दायर की। बता दें कि 27 अक्तूबर 2020 को अमेरिका की एक अदालत ने सैटेलाइट सौदा निरस्त करने के लिए एंट्रिक्स कॉरपोरेशन को देवास मल्टीमीडिया को 1.2 अरब डॉलर का मुआवजा देने का आदेश दिया था। एंट्रिक्स कॉरपोरेशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की व्यावसायिक इकाई और बेंगलुरु का स्टार्टअप है।
स्वामित्व के बाद एयर इंडिया की अमेरिकी अदालत में देवास के खिलाफ याचिका
यह मामला सीधे तौर पर एयर इंडिया से जुड़ा नहीं है। एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन और देवास मल्टीमीडिया के बीच एक सैटेलाइट सौदा हुआ था, जो साल 2011 में रद्द हो गया था। इसके बाद देवास ने भारत सरकार से नुकसान की भरपाई करने की मांग की थी।