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कैरेबिया के भारतीयों को कम न समझें, कोरोना व व्यापार पर कर रहे हैं चिंतन-मनन

पिछले रविवार को दुनिया के विभिन्न हिस्सों से वक्ताओं ने इसमें हिस्सा लिया और कोरोना महामारी के कारण प्रवासियों के बिजनेस पर हुए असर को लेकर चर्चा की। इस दौरान कई जरूरी तथ्यों का भी हवाला दिया गया।

इंडो कैरेबियन कल्चरल सेंटर फेसबुक पेज

एक शोध और प्रकाशन कंपनी इंडो कैरेबियन कल्चरल सेंटर पिछले 14 महीनों से हर रविवार की शाम "द इंडो-कैरेबियन प्रोजेक्ट" नामक एक सीरीज की मेजबानी कर रहा है। कैरेबियन क्षेत्र में रहने वाले प्रवासी भारतीयों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के लिए इसमें दुनिया भर के 162 से अधिक वक्ता शामिल हो चुके हैं।

इंडो कैरेबियन कल्चरल सेंटर फेसबुक पेज

पिछले रविवार (18 जुलाई) को इस चर्चा में त्रिनिदाद, गुयाना और सूरीनाम में रहने वाले प्रवासी भारतीयों पर कोरोना महामारी के असर पर बातचीत का आयोजन किया गया। इसमें खासतौर से इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे कोविड -19 की वजह से तमाम बिजनेस बंद हो गए और महामारी का लोगों पर विपरीत असर पड़ा। वक्ताओं ने भारत-कैरेबियाई बिजनेसमैन के सामने आने वाली चुनौतियों और महामारी के दौरान अपने व्यवसायों की सुरक्षा के लिए उठाए गए उपायों के बारे में भी बात की।

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