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खूब! किसी वाणिज्य दूतावास से प्रकाशित होने वाली पहली पत्रिका बनी ‘अनन्य’

पत्रिका के प्रबंध संपादक अनूप भार्गव ने कहा कि इस पत्रिका में आडियो भी डाले गए हैं ताकि आप सुनने का भी आनंद ले सकें। पत्रिका में भारतीय लेखकों के अलावा अप्रवासी लेखक भी होंगे। इसका उद्देश्य विदेशों में बसे भारतीयों के मन में हिंदी के प्रति जागरूक करना है।

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में मौजूद भारतीय वाणिज्य दूतावास की आधिकारिक वेबसाइट पर हिंदी की एक मासिक ​पत्रिका ‘अनन्य’ का लोकार्पण किया गया है। यह ऐसी पहली पत्रिका है जो विश्व के किसी भी दूतावास या वाणिज्यिक दूतावास की आधिकारिक वेबसाइट से पहली बार हिंदी में निकाली गई है। इस गैर-राजनैतिक पत्रिका का संचालन स्वयंसेवी समूह कर रहा है। पत्रिका में भारतीय लेखकों के अलावा अप्रवासी लेखक भी होंगे। इसका उद्देश्य विदेशों में बसे भारतीयों के मन में हिंदी के प्रति जागरूक करना है।

पत्रिका का लोकार्पण हाल ही में न्यूयॉर्क वाणिज्य​ दूतावास में भारत के प्रमुख दूत रणधीर जायसवाल ने किया। मासिक ​पत्रिका ‘अनन्य’ के लोकार्पण में वाणिज्य दूतावास की ओर से उप प्रधान वरुण जेफ, चांसरी प्रमुख सुमन सिंह, कौंसल (संस्कृति) विपुल देव भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात विद्वान और भाषाविद् सुरेंद्र गम्भीर थे।

कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता के तौर पर रणधीर जायसवाल, सुरेंद्र गम्भीर, अनूप भार्गव, हरीश नवल थे।

कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता के तौर पर रणधीर जायसवाल, सुरेंद्र गम्भीर, अनूप भार्गव, हरीश नवल थे। रणधीर जायसवाल ने पत्रिका के लोकार्पण को लेकर कहा कि ये काफी सुखद संयोग है कि इस पत्रिका का प्रकाशन ऐसे समयकाल में किया जा रहा है जब हम भारत की आजादी के 75वर्ष के मौके पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।

जायसवाल ने कहा कि आज हिंदी भाषा की अनेक पुस्तकों, ​पत्रिकाओं का विशाल भंडार इंटरनेट के माध्यम से विश्व के कोने-कोने में आसानी से उपलब्ध है।

जायसवाल ने कहा कि आज हिंदी भाषा की अनेक पुस्तकों, ​पत्रिकाओं का विशाल भंडार इंटरनेट के माध्यम से विश्व के कोने-कोने में आसानी से उपलब्ध है। इसी क्रम में हिंदी प्रेमियों विशेषकर अमेरिका में हिंदी के जानकारों के हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति उत्साह को ध्यान में रखते हुए हिंदी पत्रिका 'अनन्य' का प्रकाशन न्यूयॉर्क के भारतीय ​वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट पर किया जा रहा है।

पत्रिका के प्रबंध संपादक अनूप भार्गव ने कहा कि इस पत्रिका में ऑडियो भी डाले गए हैं ताकि आप सुनने का भी आनंद ले सकें। पत्रिका में भारतीय लेखकों के अलावा अप्रवासी लेखक भी होंगे। इसका उद्देश्य विदेशों में बसे भारतीयों के मन में हिंदी के प्रति जागरूक करना है।

लोकार्पण के कार्यक्रम के अंत में ‘स्वर संगम’ विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने ‘वन्दे मातरम’ एवं कुछ अन्य उप शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी। बता दें कि ‘अनन्य’ किसी भी दूतावास या वाणिज्यिक दूतावास की आधिकारिक वेब साइट पर पूर्णत: स्वयंसेवी समूह द्वारा निकाली जाने वाली पहली हिंदी पत्रिका है।

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