पीएम मोदी के खिलाफ : एक ऐसा प्रदर्शन...जिसने खींचा सबका ध्यान!
दिसंबर 19 को न्यूयॉर्क शहर की हलचल भरी सड़क पर एक असाधारण दृश्य देखा गया जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया और एक गंभीर चर्चा को शुरू कर दिया। हुआ यूं कि फिफ्थ एवेन्यू (रोड) पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसी दिखने वाली एक विशाल कठपुतली एक लाल रंग की गाड़ी में सवार थी। उस कठपुतली के हाथ में एक बैनर था जिस पर लिखा था- मैं फिफ्थ एवेन्यू पर किसी को गोली मार सकता हूं और बच भी सकता हूं... ठीक है?
👀 Oh my, look which dictator is driving down 5th Avenue threatening to kill New Yorkers!! #ModiMobileNYC #CrimeMinisterModi
— Sunita Viswanath (@SunitaSunitaV) December 19, 2023
For context: https://t.co/nxO51SkFZL pic.twitter.com/BSbitq3RJd
वर्ष 2016 में पूर्व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा दिए गए एक विवादास्पद बयान की प्रतिध्वनि करने वाला यह दुस्साहसिक प्रदर्शन एक नाटकीय स्टंट से कहीं अधिक था। यह विरोध का एक स्पष्ट प्रतीक और वैश्विक ध्यान आकर्षित करने की हताशापूर्ण पुकार थी।
प्रमुख हिंदू, सिख और मुस्लिम प्रवासी संगठनों द्वारा आयोजित यह स्टंट विदेशों में भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को मारने और डराने-धमकाने की भारत सरकार की कथित रणनीति और इस पर काबू पाने में अमेरिकी प्रशासन की विफलता को उजागर करता प्रतीत हो रहा था।
अमेरिकी अभियोजकों के मुताबिक जून में भारतीय अधिकारियों ने कथित तौर पर न्यूयॉर्क में एक अमेरिकी नागरिक की हत्या करने की कोशिश की। उसी समय उन्होंने एक हाई-प्रोफाइल कनाडाई सिख कार्यकर्ता की हत्या कर दी और एफबीआई को कई कैलिफोर्नियाई कार्यकर्ताओं को इसी तरह के खतरों के बारे में चेतावनी देने के लिए काफी चिंतित होना पड़ा। यह एक स्पष्ट पैटर्न है।
हिंदू फॉर ह्यूमन राइट्स की सुनीता विश्वरथ ने कहा कि हमने जो मुद्दा उठाया है वह बेहद गंभीर है। अमेरिकी जीवन व्यापार सौदों में चिप्स नहीं हैं। बाइडन को अमेरिकियों और मोदी को यह बताने की ज़रूरत है कि हमारा जीवन मायने रखता है और सुरक्षित है।
इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल के सफा अहमद ने कहा कि हम खुद से सवाल पूछते हैं कि अगला निशाना कौन है और हमारी सरकार को उठ खड़ा होने के लिए क्या करना होगा? अमेरिका को अपने लोगों, भारत के लोगों और लोकतंत्र के लिए खड़े होने की जरूरत है।