भारत एक ऐसा देश है जिसका सांस्कृतिक और कलात्मक इतिहास बेहद समृद्ध है। यह विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों का घर है जो अपने अनोखेपन और अपनी विशिष्ट संस्कृति के चलते पीढ़ियों से चली आ रही हैं। इनमें से कुछ में समय के साथ बदलाव आया है लेकिन बाकी कलात्मक शैलियां अभी भी आधुनिकता से अछूती हैं।
यहां हर तरह की कला अपने आप में खास है। पहले ये कलाकृतियां केवल दीवार पर बनी कलाकृतियों (वाल पेंटिंग्स) और म्यूरल्स (भित्ति चित्र) पर पाई जाती थीं। लेकिन अब इन्हें कैनवास, कागज और लिनेन आदि पर भी देखा जा सकता है। इस रिपोर्ट में पढ़िए भारत की पांच पारंपरिक कलाकृतियों के बारे में।