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भारत के 'अपने' कार्बेवैक्स टीके की 6.5 करोड़ खुराक को मिली मंजूरी

यह COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। कार्बेवैक्स, कोवैक्सिन के बाद दूसरा टीका होगा जिसे 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है।

भारत में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। इसी बीच कोरोना महामारी के खिलाफ देश को बड़ी सफलता मिली है। केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला कसौली (सीडीएल) ने सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावकारिता मानकों के आधार पर बायोलाजिकल ई की COVID-19 वैक्सीन कार्बेवैक्स की लगभग 6.5 करोड़ खुराक को मंजूरी दे दी है।

यह COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। कार्बेवैक्स, कोवैक्सिन के बाद दूसरा टीका होगा जिसे 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है।

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