सिंगापुर की संसद में भारतीय प्रतिनिधित्व बढ़ा, तीन सांसदों ने ली शपथ
सिंगापुर में भारतीय मूल के तीन सांसदों ने शपथ ली है। ये उन नौ सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने बुधवार को सदन की शपथ ली। भारतीय मूल के इन सांसदों में राज जोशुआ थॉमस, निमिल रजनीकांत और चंद्रदास उषा रानी शामिल हैं।
वकील व सिक्योरिटी एसोसिएशन सिंगापुर के अध्यक्ष राज जोशुआ थॉमस का यह दूसरा कार्यकाल है। नामांकित संसद सदस्य (एनएमपी) बने पारेख निमिल रजनीकांत सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष हैं। इनके अलावा चंद्रदास उषा रानी एक कला इतिहासकार और वकील हैं। वह प्लुरल आर्ट पत्रिका की सह-संस्थापक भी हैं।
इनके अलावा सीन कियान पेंग को संसद के नए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। उन्होंने तान चुआन जिन की जगह ली है, जिन्होंने साथी सांसद चेंग ली हुई के साथ कथित विवाहेतर संबंध के बाद इस्तीफा दे दिया था। थॉमस के अलावा आठ एनएमपी की नियुक्ति पहली बार की गई है। संसद में सामुदायिक विचारों का व्यापक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए 1990 में स्थापित एनएमपी योजना के तहते ढाई साल के कार्यकाल के लिए सांसद बनाया जाता है।
शपथ लेने वाले अन्य एनएमपी में सिंगापुर एंग्लिकन कम्युनिटी सर्विसेज के उपाध्यक्ष चुआ तियांग चून कीथ, सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ सोशल साइंसेज में सार्वजनिक सुरक्षा कार्यक्रम की प्रमुख रज़वाना बेगम अब्दुल रहीम भी शामिल हैं। इस बीच, सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व मंत्री थर्मन शनमुगरत्नम ने पिछले महीने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए अपना अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने देश की संस्कृति को दुनिया में सबसे चमकदार बनाने के लिए विकसित करने का वादा किया है। 66 वर्षीय थर्मन ने पिछले महीने 22 साल बाद सक्रिय राजनीति से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि उनका इरादा एक नए युग का राष्ट्रपति बनने का है।