न्यूयॉर्क में सिखों पर हो रहे लगतार हमले, दो और को निशाना बनाया गया

अमेरिका के न्यूयॉर्क के रिचमंड हिल्स इलाके में बीते दिन दो सिखों पर किए गए हमले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह हमला हेट क्राइम से जुड़ा है। दोनों सिखों पर हमला लगभग उसी जगह हुआ है, जहां ​10 दिन पहले एक बुजुर्ग सिख पर सुबह की सैर के दौरान हमला किया गया था। जिन दो सिखों पर कल यानी 12 फरवरी को हमला किया गया वह भी सुबह की सैर पर निकले हुए थे। मिली जानकारी के मुताबिक दो संदिग्धों ने सिख पुरुषों को डंडे से मारा गया  और उनकी पगड़ी उतार दी गई।

इस मामले पर न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने हमले की निंदा करते हुए इसे निंदनीय करार दिया और कहा कि वे पुलिस के संपर्क में हैं जो इस घटना की जांच कर रही है। दूतावास ने कहा कि अपराध के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

वहीं न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया कि रिचमंड हिल में हमारे सिख समुदाय के खिलाफ एक और घृणित हमला किया गया। दोनों पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए। इस बारे में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति को तुरंत @NYPDnews से संपर्क करना चाहिए।

दूसरी ओर न्यूयॉर्क स्टेट ऑफिस के लिए चुनी गईं पहले पंजाबी अमेरिकी और न्यूयॉर्क राज्य विधानसभा में जेनिफर राजकुमार ने कहा कि हाल के वर्षों में सिख समुदाय के खिलाफ घृणा अपराधों में 200 फीसदी की चौंकाने वाली वृद्धि हुई है। मैं दोनों घटनाओं की जांच घृणा अपराधों के रूप में करने और अपराधियों पर मुकदमा चलाने की मांग कर रही हूं।

इस खबर को लेकर भारत की राजधानी दिल्ली के सिख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दो सिख पुरुषों का एक वीडियो साझा करते हुए कथित घृणा अपराध की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि हमला उस इलाके के बहुत करीब हुआ जहां 3 अप्रैल को एक बुजुर्ग सिख व्यक्ति पर बिना उकसावे के हमला किया गया था।

बता दें कि दोनों सिखों पर हमला उसी दिन हुआ जब ब्रुकलिन मेट्रो पर गोलीबारी हुई और उसमें 16 लोग घायल हो गए। इन 16 में से 10 को बंदूक की गोली लगी है जबकि अन्य को गंभीर चोट आई हैं हालांकि वह खतरे से बाहर हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि इस साल जनवरी में जेएफके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक सिख टैक्सी चालक पर हमला किया गया था जिसमें हमलावर ने कथित तौर पर ​एक सिख ड्राइवर को 'पगड़ी वाले लोग' कहते हुए 'अपने देश वापस जाने' के लिए कहा था।