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अमेरिकी बुजुर्गों से 2 भारतीयों ने ठगे 6 लाख डॉलर, भारत के कॉल सेंटर थे लिप्त

अदालत के दस्तावेजों के अनुसार भारत में मौजूद कॉल सेंटरों ने अमेरिकी नागरिकों विशेष रूप से बुजुर्गों को धोखा देने के इरादे से रोबोकॉल का इस्तेमाल किया और उन कॉल के माध्यम से पीड़ितों के संपर्क स्थापित करते हुए धोखाधड़ी की।

अमेरिका में ऑनलाइन पेमेंट की धोखाधड़ी के कई मामलों में लिप्त दो भारतीयों को अदालत ने 27 महीने की सजा सुनाई है। दोनों भारतीयों ने बुजुर्ग अमेरिकी नागरिकों के खाते से 6 लाख अमेरिकी डॉलर यानी साढ़े चार करोड़ रुपये से अधिक की रकम को अवैध रूप से ऑनलाइन ट्रांसफर किया था।

अमेरिकी जिला न्यायधीश जोसेफ रोड्रिगेज ने न्यू जर्सी की एक संघीय अदालत में 22 वर्षीय जीशान खान और 24 वर्षीय माज अहमद शम्सी को यह सजा सुनाई है। दोनों भारतीय नागरिक हैं। शम्सी और खान ने योजना के साथ अमेरिका में 19 पीड़ितों से लगभग 6,18,000 अमरीकी डॉलर की धोखाधड़ी की और ऑनलाइन के माध्यम से अपने अकाउंट में यह रकम ट्रांसफर कर ली।

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