अमेरिकी सीनेटर ने इसलिए कहा कि आधुनिक भारतीय इतिहास के सबसे काले वर्षों में से एक है 1984
अमेरिकी सीनेटर पैट टूमे का कहना है कि 1984 आधुनिक भारतीय इतिहास के सबसे काले वर्षों में से एक है। वर्ष 1984 में 31 अक्तूबर को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश की राजधानी दिल्ली और अन्य हिस्सों में दंगे भड़क उठे थे जिनमें 3000 से अधिक सिख मारे गए थे।
इसीलिए अमेरिकी सीनेटर ने उस साल को भारतीय इतिहास के सबसे काले वर्षों में से एक बताया। इस बात को रेखांकित करने के पीछे उनकी गरज यह भी रही कि नरसंहार के दोषियों को इसका जवाबदेह ठहराया जाए।